गुरुवार, 26 नवंबर 2015

कज़री लल्लू का मृदंग -मल्हार

कज़री लल्लू का मृदंग -मल्हार

एल आर गांधी

कज़री को लल्लू ने बाहों में क्या भर लिआ 'खबरी '  बाजार में  भूचाल सा आ  गया  ..... मानो  रिचर्ड गेरे ने शिल्पा शेट्टी को खुली स्टेज पर 'किस ' कर लिया हो  या फिर मिक्का  ने भरी महफ़िल   में ' सति सावित्री 'राखी सावंत के होंट चूम लिए हों ! शेट्टी ने सफाई दी थी कि गेरे जी मुझे एक डांस स्टेप सिखा रहे थे ! और इसके  विपरीत राखी ने ' एक अबला की आबरू 'लुट ' गई  ..... सा हंगामा किया।
दोनों से कुछ मिलती  जुलती  ' लागा चुनरी में दाग छुपाऊँ कैसे ?   खबरिओ की छींटा कशी की , सफाई कज़री ने दे डाली   ..... हम तो विकास बाबू की 'ताजपोशी ' की  मुबारकबाद देने गए थे  ..... लल्लू ने   गिद्ध की माफिक झपट  कर हमरा हाथ थाम लिया  ..... फिर ज़बरदस्ती अपने सीने से लगा कर अपने आगोश में ले लिया  .... मैनें बहुत कोशिश की छूटने और छुड़ाने की  ..... मानो एक भ्रष्टाचारी  बाहुबली ने  ईमानदार 'अबला 'से सार्वजनिक मंच पर ' बलात्कार 'कर लिया हो  ..... मुए की ढिठाई तो देखो ! ..... मेरा हाथ अपने हाथ में ले कर ऊपर उठा कर विजयी चिन्ह बना डाला ; यूँ कि  लल्लू की जीत कज़री की जीत हो  !कज़री के प्रलाप से यूँ दृष्टिगोचर हो रहा था ; ज्यु कि बेबस ईमानदार  दिल्ली बिहार की 'सामर्थ को नहीं दोष गोसाईं ' दबंगई से पस्त और परेशान रह गई हो।
वाह रे बिहारी लल्लू : वाह रे तेरा जनाधार
 लूला नाचे मृदंग पर :गूंगा गाए मल्हार!

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