शनिवार, 17 मई 2014

वासना -संयम और गांधी जी

वासना -संयम और गांधी जी 

        एल आर गांधी

बापू की अस्मत फिरंगिओं  के बाजार में   नीलाम होने जा रही   है।  बापू   यूँ तो कई बार नीलाम हुए  मगर इस बार की बात  कुछ 'निजी ' सी है  ....  राज परिवार के गान्धिओं की निज़ता का विशेष ख्याल रखने वाली गाँधीवादी सरकार उदासीन सी है।  नीलामी में बापू के तीन खत बिकेंगे  … एक खत में बापू ने अपने ज्येष्ठ पुत्र हरी लाल के बारे में बहुत ही सनसनीखेज़ - निजी तथ्य उजागर किये हैं  ।खत में  बापू ने बेटे पर अपनी ही पुत्री के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया  था  …
हरी लाल ने १९३६ में इस्लाम कबूल लिया था और हरी लाल गांधी से अब्दुल्लाह गांधी हो गए थे  … अब अब्दुल्लाह हुए हरी के लिए तो शरीयत की मान्यताएं ही उपयुक्त रही होंगी जिनमें  … बाग़ के फूल पर सबसे पहला हक़ 'माली ' का होता है। .
फिर गांधी जी की निजी मान्यताएं भी वासना -संयम और ब्रह्मचर्य पर 'आश्चर्यजनक ' ही थीं  । अपनी वासना पर संयम की परीक्षा के लिए बापू अपनी युवा सवयंसेविकाओं के साथ  'हमबिस्तर ' होते थे  … चलने फिरने के लिए भी उन्हें दो युवा सेविकाओं के कन्धों की दरकार थी  … अब ब्रह्मचर्य के इस प्रयोग में गांधी जी सफल रहे  तो क्या उनके अनुयायी भी सफल रहेंगे  … क्या गारंटी है ?
बेचारे आशाराम 'बापू' वासना -संयम के ऐसे  ही खेल में धरे गए  … बेरहम मिडिया ने एक नही सुनी और बलात्कारी बना  दिया   … शुक्र है बापू के वक्त ये घ्राण शक्ति युक्त श्वान   …  मुआ मिडिया नहीं था  .
बापू के अनुयायी तो आज भी जी -जान से वासना- संयम के इस प्रयोग में संलग्न हैं  । वयोवृद्ध तिवाड़ी जी का तो सारा जीवन ही इन प्रयोगों में गुज़र गया  … प्रयोग के प्रतिफल ९० की आयु में भुक्त रहे हैं  । सच्चे गांधी वादी 'दिग्गी ' मियां  वासना -संयम के ऐसे ही प्रयोग में लिप्त  धरे गए  … अब नाती -पोते दद्दू की बारात में 'अब्दुल्लाह ' बेगाना होने को तैयार बैठे हैं। राजमाता के एक वकील प्रवक्ता तो न्यायालय परिसर में स्थित अपने चैंबर में ही अपनी एक सहयोगी वकील के साथ वासना पर संयम का प्रयोग करते पकडे गए  … वाच  डॉग  कुछ अरसा गुर्राया फिर मौन हो गया  । वकील साहेब फिर से राजमाता के दरबार में बतिया रहे हैं।
बापू के समर्पित गाँधीवादी अनुयायी गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए 'वासना -संयम ' के प्रयोग में अक्सर धरे जाते हैं और यह मुआ मिडिया का वाच - डॉग  बोटी बोटी नोच खाने को आतुर है   … हे राम 

बुधवार, 14 मई 2014

शरीयत क़ानून और सैकुलर शैतान

शरीयत क़ानून  और सैकुलर शैतान 

         एल आर गांधी

मलेरकोटला के एक गाँव में एक मियां ने अपनी ही बेटी को माँ बना  दिया  .... गाँव वालों  पता चला कि मियां जी की बड़ी बेटी जो अपनी माँ  की मौत के बाद अपने अब्बा के साथ रहती थी , सात माह की गर्भवती है। लड़की से जब  पूछा गया तो  बताया कि अब्बा मियां ही  उसके होने वाले बच्चे के बाप हैं  .
 पड़ोसियों ने मामला गांव की पंचायत के आगे रक्खा  … पंचायत ने इस्लामिक कानून की शरिया के अनुसार फैसला सुनाया कि अब अब्बा मियां को इस लड़की का पति मान लिया  जाए और ये दोनों मियां-बीवी गांव छोड़ कर कहीं और जा कर रहे  .... समाचार  पत्रों में खबर आने के बाद   भी प्रशासन , पुलिस और समाज के सैकुलर शैतान चुप हैं  … शायद शरिया से पंगा लेने की जुर्रत नहीं है किसी में भी  ....
सऊदी अरब में एक मौलवी ने अपनी ही पांच बरस की बेटी के साथ रेप किया , यातनाएं दीं और उसके 'रेक्टम ' को खंडित कर दिया  । मौलवी को अपनी बेटी के कौमार्य  पर शक था  … ज़ख्मों की ताब न सहते हुए ५ वर्षीय मासूम लामा अल घामदी अल्लाह को प्यारी हो गई  … शरीयत कानून के तहत मौलवी को २ लाख रियाल का जुर्माना (ब्लड मनी ) किया गया जो बच्ची की माँ को दिया जाएगा  … यदि  लामा  लड़का होती तो यह (ब्लड मनी ) दुगनी अर्थात ४ लाख रियाल होती  …  इस्लामिक कानून में अब्बा अपने बच्चो और बीवी को 'मार' सकता है  …  सभी महिलाएं नाबालिग हैं  … अब्बा लड़कियों को बाल विवाह के लिए बेच भी सकता है।
बांग्लादेश में तो एक रेप पीड़ित १४ साला लड़की को ही सजा सुना दी गयी  । हिना को सौ कोड़े लगाने की सजा दी गई , मगर ८० कोड़ों के बाद ही वह बेहोश हो गई और ६ दिन बाद अल्लाह को प्यारी हो गई  … सचमुच अल्लाह महान ही और उसके शरियाई कानून के तहत सब को  न्याय मिलता है  !!!!!!!!!!!!!

शनिवार, 3 मई 2014

गुरु दोबारा … चेला कुंवारा

गुरु दोबारा  … चेला कुंवारा 

  एल  आर  गांधी

राज  कुमार ४२ सावन चूक गए मगर अभी तक 'कुंवारे ' हैं   … मगर गुरु देव को मुश्किल से  विधुर हुए अभी एक बरस गुज़रा कि दूसरी 'मस्तुरात ' ढूंढ भी ली  . और वह भी अपने से २५ बरस छोटी  … ४२ वर्षीय टी वी एंकर अमृता राय दिग्गी मियां के साथ  एक अर्से से उ ला ला हैं मगर चुपके चुपके  । जब एक पत्रकार ने दिग्गी मियां से उनके 'दिलदार' के बारे में पूछा तो मियां बिफर पड़े और इज़्ज़त  हतक के  दावे की चुनौती दे डाली  … मगर दूसरे ही दिन पलट गए और छाती ठोक कर अपने  और अमृता के सम्बद्ध कबूल लिए  …
दिग्गी मियां के  दोगले पन पर 'भौजाई ' ने ट्वीट कर आश्चर्य व्यक्त किया  … भाई लक्ष्मण सिंह से उसकी शादी का दिग्गी मियां ने महज़ इस लिए घोर विरोध किया कि वह भाई से १३ साल छोटी थी और राजपूत बिरादरी से नहीं थी  … दिग्गी मियां के एक पुत्र और ४ पुत्रियां हैं  … नई 'माँ ' मियां की बड़ी बेटी से भी छोटी है और दादू  की दूसरी वेडिंग में पौत्र और पौत्रिया भी शरीक होंगीं ?
एक यक्ष प्रशन दिग्गी के दल के दिग्गज़ों और 'वाक गुदम ' दिग्गी  मियां के हर वाक पर तालियां पीटने वाले  कांग्रेसियों को खूब सता रहा है  … वह प्रशन है कि दिग्गी मियां अब अमृता जी के साथ 'सात फेरे लेंगे कि चर्च वेडिंग करेंगे या फिर 'निकाह ' करेंगे  .... प्रशन जायज़ भी है और दरुस्त भी  . क्योंकि मियां पैदा तो राजपूत हिन्दू परिवार में हुए  और  राज भक्ति के चलते 'ईसाई ' हो गए और अपने दल व् राज परिवार की मानसिकता के चलते इस्लाम प्रस्त ' ओसामा जी' हो गए  .
गुरु देव ने लगता है अपने इकलौते चेले को ' वाक गुदम ' के सिवा कोई गुर नहीं सिखाया  … जिस प्रकार दिग्गी मियां जब भी मुंह खोलते हैं तो उलटे टंगे जीव की भांति  वाक गुदम ही करते हैं  और उसी की भांति न पक्षियों की श्रेणी में आते हैं और न ही पशुओं की  … गुरु की दूजी शादी में कुंवारा चेला नाचेगा।