गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

चोखी लामा ..उवाच

चोखी लामा ..उवाच 

  एल आर गाँधी

चोखी लामा हमेशां की माफिक आज भी किसी ताज़ा खबर की जुगाली करते आवारा सांड से हमारे गरीबखाने में घुसे चले आ रहे थे ...घुसते ही जुगाली को सड़क कर बोले ..अरे भई .. गाँधी।। तुमने आज का नया जमाना देखा ? हमने सहज मन से फ़रमाया , भई चोखी हम तो तुम्हे मालूम ही है अंग्रेजी अखबार पढते है . अरे मियां क्या ख़ाक पढ़ते हैं ..चोखी भन्ना कर बोले . इन फिरंगी खबरनामों में घर की खबर तो ढंग की होती नहीं फिर बाहर की क्या ख़ाक देंगे . खैर हम बताते हैं ..सुनो .. चीन में लियु झिजुन  जो कभी रेल मंत्री थे 'नाप' दिए गए हैं  ..अमानत में खयानत वही जिसे आपके ये फिरंगी अखबार क्रपशन बोले तो भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए .२  ० ० ३ में रेल मंत्री के साथ साथ मंत्रालय में कम्युनिष्ट पार्टी आफ चाईना के प्रमुख भी थे .
हमसे रहा न गया ..अरे भई चोखी इसमें नया क्या है . हमारे भी तो बहुत से मंत्री अन्दर- बाहर अक्सर होते आए हैं ..बस फिर क्या था ..चोखी की जुगाली दिमाग में सड़क गई ... लगे भिन्नाने ..मियां यह चीन है ..देखना दिनों दिनों में लियु लटका दिए जाएंगे ..पिछले दिनों दो पार्षद नगरपालिका लूटते धरे गए थे ..महज़ तीन माह में लटका दिए ...हमारे माफिक नहीं केस दर केस ..पेशी दर पेशी ..अपील दर अपील और फिर जमानत ..यहाँ अफजल जैसों को लटकाने में भी  १ १ साल लगा दिए जाते हैं ..
हमने चोखी को फिर से समझाने की नाकाम कोशिश करते हुए फ़रमाया भई चोखी हमारे अपने संस्कार हैं ..हम दुनिया की सबसे विशाल डेमोक्रेसी बोले तो लोकतंत्र हैं ..हम चीन की माफिक नहीं लटका सकते . यह नेहरु -गाँधी का देश है ..नेहरु जी को जब पंजाब के कुछ लोगों ने मुख्य मंत्री कैरो साहेब के घोटालों -लूट के बारे में आगाह किया तो नेहरु जी ने बड़ी विनम्रता से समझाया ..देश का पैसा देश में है तो लूट से क्या फर्क पड़ता है  ..फिर हम तो विश्व बंधुत्व के अलमबरदार है ..अब देश का पैसा स्विस बैंको में जा रहा है तो क्या आफत आ गई ..हमारे बंगाली बाबू ने स्विस सरकार से समझौता कर इसका भी नेहरु-गाँधी हल निकाल ही दिया था ..नए खातों की जानकारी जरुरी है ..पुराने गए भाड़ में ...समझौते की महिमा देखो ! राजमाता ने महामहिम बना दिया ..