शुक्रवार, 30 अगस्त 2013

देश को दारुल ओ इस्लाम से बचाना होगा
हर मदरसे में ' रसखान 'पढ़ाना   होगा  . . .
कृष्ण के देश में क्या काम औरंगजेबों का
कृष्ण भूमि को आज़ाद कराना होगा   ….

जन्माष्टमी -मंगलकामनाएं
श्री कृषण जन्माष्टमी पर आप सब को मंगलकामनाएं !

सेस गनेस महेस दिनेस , सुरेसहु जाहि निरंतर गान्वैं !
जाहि अनादि अनंत अखंड , अच्छेद अभेद सुवेद बतावें !!
नारद से सुक्व्यास रटे , पचिहारे तऊ पुनिपार न पावैं !
ताहि अहीर की छोहरियाँ,छछिया भरि छाछ पै नाच नचावैं !!
रसखान .....
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बुधवार, 7 अगस्त 2013

गरीबी -मानसिक अवस्था और खैरात


                                                   गरीबी -मानसिक अवस्था और खैरात 
                                                                एल आर गाँधी

आत्मविश्वास से  लबरेज़ चोखी लामा वी -शेप की चप्लियाँ चटकाते सुबह सुबह आ धमके  …. हलो  … की हुंकार लगाई  । आवाज़ में जोश और आक्रोश एक साथ छलक रहा था  … अरे चोखी इतने चहक  रहे  हो  … लाटरी लग  गयी क्या ? चोखी तुनक कर बोले ! अरे मियां आज का अखबार पढ़ा ! आहुल जी ने सबकी बोलती बंद कर दी  … गरीबी का रोना रोने वाले विरोधियों को साफ़ साफ़ शब्दों में दो टूक बता दिया  … गरीबी एक मानसिक अवस्था है ! और कुछ नहीं ! खाना , पैसे और भौतिक नश्वर चीजों की कमी से इसका कोई लेना  देना नहीं ! अगर आप में आत्मविश्वास है तो आप गरीबी से उबार सकते है !
दलितों को संबोधित करते हुए देश के भावी करनधार ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि ' खैरात बांटने से गरीबी दूर होने वाली नहीं !
मुंह की दातुन का फ़ोलक थूकते हुए हमने चोखी के आत्मविश्वास को चार चाँद लगाते हुए हामी भरी  … अरे चोखी यह आत्म विशवास की ही तो माया है , एक गरीब परिवार की महिला जो कभी तुम्हारी माफिक एक कैंटीन में जल-पान सेवा कर गुज़र बसर करती थी , आज हमारे देश के  'राज माता 'के सिंहासन पर आरूढ़ है   … विश्व के सबसे अमीर  राजनेताओं में उन्हें चौथा स्थान प्राप्त है  … अब हमारे राजकुमार का यह आत्म विशवास ही तो है जो   बड़े बड़े तीस मारखां कांग्रेसी नेताओं की 'क्लास ' लेते हैं  । दर्ज़नों उद्योगिक घरानों ने राजकुमार को अपने  निदेशक मंडल में शामिल कर रक्खा है और वह भी मोटी  पगार पर  …. ताकि कंपनी को  राजकुमार जी की एक्सपर्ट एड्वायिज़ का 'लाभ' मिलता रहे  ….
चोखी भाई अपनी मानसिक अवस्था बदलो  …गुर्बत खुद ब खुद भाग जाएगी  … चोखी का आत्मविश्वास राशन के खाली थैलों से भर गया  …. आज भी मुआ डिप्पो नहीं खुला  …खैरात का राशन कब मिलेगा  …. बुदबुदाते हुए चल दिए  …।



सोमवार, 5 अगस्त 2013

नवीन का संस्कार सुरक्षा बिल

 नवीन का संस्कार सुरक्षा बिल 
       एल आर गाँधी 

राजमाता और उनके दरबारी तो गरीबी रेखा मापने की माथापच्ची में ही   उलझे थे। क़ोइ १२/- में गरीब को भरपेट खाना परोस रहा था और कोई ५/- और १/- में गरीब का पेट  भर रहा था  …. राजमाता १४ में नयी ताजपोशी से पहले 'खाद्य सुरक्षा 'बिल पास करवा कर गरीबों को भूख से निश्चिन्त सुखी जीवन जीने का सपना परोसने की जुगाड़ में लगी थीं कि देश के सबसे पिछड़े राज्य जहाँ सबसे अधिक 57. २ % गरीब नारकीय जीवन जी रहे हैं  …क़े सुलतान नवीन पटनायक ने चुनाव से पहले जीते जी मरने की चिंता में जी रहे ओड़िसा के बिलो पावर्टी लाईन पूअर्ज़  को मरने के बाद की चिंता से मुक्त कर दिया। …। 
आजमाता के खाद्य सुरक्षा से पहले , एक नया बिल ला कर , ओड़िसा के सुलतान तो मानो बाज़ी मार ले गए  …. नए बिल को सतयुग के महान सत्यवादी सम्राट हरिश्चंदर सहायता 'नाम' दिया गया  … अपनी सत्यनिष्ठा और धर्म परायण प्रतिबध्त्ता के चलते सम्राट अपने मृत पुत्र का संस्कार नहीं कर पाए थे  … मगर इस कलयुग में कोई भी तुच्छ से तुच्छ प्राणी  सुलतान नवीन पटनायक के राज्य में अंतिम संस्कार से वंचित नहीं रह पाएगा  … अब अंतिम संस्कार की सारी ज़िम्मेदारी नवीन सुल्तान की सेकुलर सरकार की होगी  … सी एम् कोष से फंड जारी का दिए गए हैं  … सरपंच १००० -२००० तक और एम् सी चेयरमैन १००० - ३००० तक की सहायता जारी कर सकेगा  …. 
इसक साथ ही केंद्र और राज्य के  मोंटेक सिंह के नियोजित आंकड़े भी 'स्पष्ट' हो जाएंगे  … गरीबी रेखा से नीचे जी रहे लोग ही मरने पर 'नवीन' संस्कार राशी का लाभ पा पाएंगे  … और यह राशी पीले कार्ड धारक स्वर्गवासी को ही मिलेगी  …. 
चलो जीते जी सम्मान से जीने का हक़ तो नहीं मिल पाया  … कम से कम मरने के बाद अंतिम संस्कार का अधिकार तो मिला चाहे राजकोषीय भीख सी ही सही। .