बुधवार, 9 अक्तूबर 2013

लालू जी के शौक

लालू जी के शौक 

 एल आर गाँधी

लालूजी को जेल में 'राबड़ी ' की कमी खूब सता रही है। हम उस राबड़ी की बात नहीं कर रहे जिसने लालू जी को एक पति से ग्यारह बच्चों का पिता  बना दिया  … हम तो उस राबड़ी की बात कर रहे हैं , जो उन गईयाँ के दूध से बनी है जिनका चारा लालू जी 'खा ' गए  …
अदालत में अपना फैसला सुनने से पहले जब लालू जी अपने 'बाड़े' से चले तो गईयाँ पूजन किया और गौ माता से भूल चूक माफ़ करने की गुहार भी लगाई  … गईयाँ ने भी पुराने मुस्लिम -यादव वोटरों की भांति गर्दन मटका कर हामी भर दी  … लालूजी आश्वस्त हो कर  …. फैसला सुनने चल दिए  …
यहीं पर उनसे भयंकर भूल हो गई  …. दाना तो सबसे पहले लालू जी ने मुर्गिओ  का खाया था  …  पिछले  १७  बरस से मुर्गियन के  नाती पोतियाँ  अभी तक गर्दन उठा उठा कर पूछ रही हैं  … मेरा  पेट देख  ….क्या मैं एक दिन में चालीस किलो दाना खा सकती हूँ  ….
कभी जो शख्स 'चूहों ' का मांस खा कर गुज़ारा करता था  … आज ' राबड़ी ' का मुरीद है  … लालू जी को गर्भवती चुहिया का गोश्त खूब भाता था  … शौक भी क्या चीज़ है  … गोश्त से मुर्गी दाना फिर गईया का चारा  और फिर राबड़ी खाते खाते जेल की हवा खाने लगे  …
काश गईया के साथ साथ मुर्गी और चुहिया से भी माफ़ी मांग ली होती !!!!!!   

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