मंगलवार, 25 सितंबर 2012

वाच डाग और सत्ता की सुपारी


वाच डाग और सत्ता की सुपारी 
एल.आर.गाँधी 
सत्ता कि सुपारी का कमाल.....
भारतीय मिडिया एक  ऐसा वाच डाग है जो अपनी घ्राण शक्ति से आकाश, पाताल और इहिलोक का हर राज़ जान लेता है. 
स्वर्ग की सीढ़ी, हिम मानव ,प्रलय का पल ....सूंघ कर सारी दुनिया को हैरान और परेशान कर देता है. 
लक्ष्मण के स्टिंग , जार्ज के ताबूत काण्ड ,राडिया कि टेप से पर्दा उठा कर 'तलहका' मचा देता है.....
मोदी को साम्प्रदायिक सिद्ध करने को ....ट्रेन में जलाये गए कार सेवकों को .'.महज़ हादसा '  बता देता है. 
बोर वेळ में गिरे राजू को ....राष्ट्रिय आपदा बना   देता है और मिक्का-राखी चुम्बन को  अबला उत्पीडन !
सब कुछ जानने और बताने में सक्षम है मगर .....
काले अंग्रेजों की गोरी महारानी के अस्पताल और बीमारी से अनजान है , 
दुनिया की चौथी रईसजादी की ४५००० करोड़ की  कमाई कहाँ से आई , नहीं मालूम , 
शायद सत्ता की आधी सुपारी हलक में और आधी सुपारी नाक में अटक गयी है....
और सूंघने की घ्राण शक्ति और भौंकने की श्वान शक्ति तिरोहित हो गयी है.... 
तभी तो समाज के चौथे खम्बे पर यह वाच डाग 'टांग उठा कर .................... 
जय हो ......उतिष्ठकौन्तेय  

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