एल आर गांधी
महान दार्शनिक महृर्षि अरविन्द की ऐतिहासिक चेतावनी को दरकिनार कर 'गांधी-नेहरू ' जैसे धृतराष्ट्रों का अनुसरण कर देश को सिक्कुलर वाद के अन्धकूप में धकेलने का परिणाम हमारे सामने है …कश्मीर में शरिया लागू है
मुसलमान देश का संविधान और कानून मानने को तैयार नहीं। देश की रक्षा में शहीद फौजी को ५ लाख … गाए हत्या में मारे गए मुसलमान को ४५ लाख ,४-४ फ़्लैट , नौकरी अलग से .... ऐसी शरिया तो इस्लामिक देशों में भी देखने को नहीं मिलती। इस्लामिक आतंक के शिकार भारतियों को २-५ लाख और समझौता एक्सप्रेस में अल्लाह को प्यारे हुए पाक यात्रियों को १७ लाख से भी अधिक। ६९ साल पूर्व
हिन्दू-मुस्लिम का अनुपात १२ -१ का था … आज ६-१ रह गया … वह दिन दूर नहीं जब भारत दारुल हरब से दारुल इस्लाम बन जाएगा और हिन्दुओं का हाल वैसा ही होगा जैसा पाकिस्तान में है।
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