मंगलवार, 4 जून 2013

विज्ञापन की बोटी

विज्ञापन की बोटी 
  एल आर गाँधी

 जब से ५७० करोड़ से चुपड़ी भारत निर्माण  विज्ञापन   'बोटी'   हमारे मिडिया के  'वाच -डाग्ज़ 'को परोसी गयी है ..तब से मिडिया की सारी  की सारी 'घ्राण -शक्ति ' किरकिट की बाल ...बिंदु की चाल-ढाल और श्री का रुमाल सूंघने में लगी है .बेचारे केजरीवाल सिब्बल -वोडाफोन का ग्यारा हज़ार करोड़ का घोटाला अभी परोस ही रहे थे और 'बोटी' देख सभी वाच डाग्ज़ श्री के २ ० -५ ० लाख की चोरी चकारी पर पिल पड़े ...सिब्बल साहेब ने सुख की सांस ली ...देखते देखते चोर ही चौकीदार बन बैठे और किरकिट में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कायदे-क़ानून समझाने लगे ...वाह रे भारत के चौथे खम्भे और उसके इर्द गिर्द चक्कर काटते और ' बोटी 'चाटते वाच -डाग्ज़ ....

पंजाबी की एक कहावत है 'चोर उचक्का चौधरी ...गुंडी रण प्रधान '