आज राजकुमार अपने संसदीय क्षेत्र में ग्रामीणों से रू-बरू हो रहे थे …… ग्रामीणों से निकटता देखते ही बनती थी …राजकुमार चारपाई पर विराजमान थे , साथ में रक्खे टेबल पर पानी का लोटा रखा था …हम तो समझे कि ग्रामीण जीवन का यथार्थ आनंद लेने के लिए 'राहुल जी ' लोटा लेकर जंगल पानी जाएंगे .... मगर यका यक पीछे से किसी ने बिसलरी की बॉटल रख कर लोटा उठा दिया . बार - बार कुर्ते के बाजू चढ़ा कर कांग्रेस के बाहुबली अपनी चीट स्लिप से रोमन में लिखवाए भाषण में से ग्रामीणों से बतियाने लगे MODI DEENGE HAANKTA HAI USNE SKOOLON ME 4 LAKH SHOCHLIYA BANA DIYE HAM EK SKOOL MEIN KHUD GAE SHOCHLIYA DEKHA TO SU-SU KARNE KE LIYE ANDAR GAYE EK AUR DO NUMBAR KE LIYE EK HI SHEET THI AUR VAH BHI DESI ..... HAM USI PAR EK NUMBAR BAITH GAI ....BAITHTE HI DO NUMBAR BHI AA GAYA....TOILET MEIN KAHIN BHI TISHU PAPER NAHIN THA .... TOOTI MEIN PANI NAHIN THA ...HAMNE AVAAJ LAGAAI TO KISI JAHIL NE CHUPKE SE THODA SA KIVAD KHOL KAR PANI KA LOTA RAKH DIYA ....AB HAM BINA TISHU PAPER KE PAIJAMA UPAR KAR VAISE HI BAHAR AA GAE .....BINA TISHU PAPER KE SHOCHALYON KA MUDDA HAM LOK SABHA MEIN JAROOR UTHEINGE ... SADAN KO CHALNE NAHIN DENGE HAM....
मंगलवार, 18 अगस्त 2015
शनिवार, 1 अगस्त 2015
३० जुलाई २०१५ इतिहास के झरोखे से
३० जुलाई २०१५ इतिहास के झरोखे से
एल आर गांधी
३० जुलाई २०१५ देश के इतिहास में एक 'संधिकाल ' के रूप में याद किया जाएगा।
आज ही के दिन महान देश भक्त वैज्ञानिक पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी का अंतिम संस्कार हुआ और पूरे देश ने उन्हें अर्शु पूर्ण श्रद्धांजलि दी ....... दूसरी और १९९३ के मुंबई धमाकों के मास्टर माइंड याकूब मेमन को भी फांसी और सपुर्दे -ख़ाक किया गया … हज़ारों दीनदारों ने इस ७२ हूरों के तलबगार जेहादी के ज़नाज़े के जुलूस में शिरकत कर साफ़ कर दिया कि इस्लाम और शरीयत में अक़ीदा रखने वाले सिर्फ अपने दीन से बाव्फ़ा हैं .... राष्ट्र भक्ति उनके लिए बेमानी हैं .... दारुल इस्लाम ही उनका अंतिम लक्ष्य है।
इतिहास की दिवार पर साफ़ साफ़ लिखा है …… हिंदुस्तान का मुस्तक़बिल ! … पाकिस्तान, बांग्लादेश , अफगानिस्तान ,ईरान , ईराक मियांमार … काश्मीर …… ' आइना देखिये '
बंटवारे के वक्त भारत में हिन्दू ३३ करोड़ ९०% , मुस्लिम ३ करोड़ ८% और ईसाई ०.७ करोड़ २% थे जो अब
हिन्दू ८२ करोड़ ७३. ९ % और मुसलमान २५ करोड़ २२. ५ % हैं बाकि अन्य। प्रति वर्ष ग्रोथ रेट है हिन्दू
४. ०७% , मुस्लिम १३. ७ % और ईसाई ३. ६% .
२०३५ आते आते यह अनुपात याकूब मेमन और अब्दुल कलाम के ज़नाज़े की शिरकत की मानिंद पलट जाएगा। मुस्लमान हो जाएंगे ९२. ५ करोड़ अर्थात ४८. २% और हिन्दू रह जाएंगे ९०. २ करोड़ - ४६. ९% और ईसाई ९. ५ करोड़ -४. ९ % .
२०५० तक दारुल इस्लाम का जेहादी चेहरा आईने की माफिक साफ़ हो जाएगा …मुस्लिम १८९. ६२ करोड़ अर्थात ६३. ८ % हिन्दू रह जाएंगे ९५. ७ करोड़ महज़ 32.२% और ईसाई १२ करोड़ ४% बाकि की कसर शरिया और जज़िया के कैहर पूरी कर देंगे जैसे पाकिस्तान में हिन्दू २४% से घट कर १% पर सिमट गए हैं और अपने ही कश्मीर में मुसलमान ९७% हो गए हैं ....
इस विनाश कारी हालात के लिए दारुल इस्लाम के जेहाद से भी अधिक योगदान गांधी/नेहरू की सिक्कुलर शैतानी नीतियों और नियतियों का रहा है … आज विश्व में सब से अधिक ३ लाख मस्जिदें और १२०,००० मदरसे देश में सरकारी सहायता पर फलफूल रहे हैं जहाँ , जेहादी मनोवृति के विषधर तैयार किये जाते हैं
एल आर गांधी
३० जुलाई २०१५ देश के इतिहास में एक 'संधिकाल ' के रूप में याद किया जाएगा।
आज ही के दिन महान देश भक्त वैज्ञानिक पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी का अंतिम संस्कार हुआ और पूरे देश ने उन्हें अर्शु पूर्ण श्रद्धांजलि दी ....... दूसरी और १९९३ के मुंबई धमाकों के मास्टर माइंड याकूब मेमन को भी फांसी और सपुर्दे -ख़ाक किया गया … हज़ारों दीनदारों ने इस ७२ हूरों के तलबगार जेहादी के ज़नाज़े के जुलूस में शिरकत कर साफ़ कर दिया कि इस्लाम और शरीयत में अक़ीदा रखने वाले सिर्फ अपने दीन से बाव्फ़ा हैं .... राष्ट्र भक्ति उनके लिए बेमानी हैं .... दारुल इस्लाम ही उनका अंतिम लक्ष्य है।
इतिहास की दिवार पर साफ़ साफ़ लिखा है …… हिंदुस्तान का मुस्तक़बिल ! … पाकिस्तान, बांग्लादेश , अफगानिस्तान ,ईरान , ईराक मियांमार … काश्मीर …… ' आइना देखिये '
बंटवारे के वक्त भारत में हिन्दू ३३ करोड़ ९०% , मुस्लिम ३ करोड़ ८% और ईसाई ०.७ करोड़ २% थे जो अब
हिन्दू ८२ करोड़ ७३. ९ % और मुसलमान २५ करोड़ २२. ५ % हैं बाकि अन्य। प्रति वर्ष ग्रोथ रेट है हिन्दू
४. ०७% , मुस्लिम १३. ७ % और ईसाई ३. ६% .
२०३५ आते आते यह अनुपात याकूब मेमन और अब्दुल कलाम के ज़नाज़े की शिरकत की मानिंद पलट जाएगा। मुस्लमान हो जाएंगे ९२. ५ करोड़ अर्थात ४८. २% और हिन्दू रह जाएंगे ९०. २ करोड़ - ४६. ९% और ईसाई ९. ५ करोड़ -४. ९ % .
२०५० तक दारुल इस्लाम का जेहादी चेहरा आईने की माफिक साफ़ हो जाएगा …मुस्लिम १८९. ६२ करोड़ अर्थात ६३. ८ % हिन्दू रह जाएंगे ९५. ७ करोड़ महज़ 32.२% और ईसाई १२ करोड़ ४% बाकि की कसर शरिया और जज़िया के कैहर पूरी कर देंगे जैसे पाकिस्तान में हिन्दू २४% से घट कर १% पर सिमट गए हैं और अपने ही कश्मीर में मुसलमान ९७% हो गए हैं ....
इस विनाश कारी हालात के लिए दारुल इस्लाम के जेहाद से भी अधिक योगदान गांधी/नेहरू की सिक्कुलर शैतानी नीतियों और नियतियों का रहा है … आज विश्व में सब से अधिक ३ लाख मस्जिदें और १२०,००० मदरसे देश में सरकारी सहायता पर फलफूल रहे हैं जहाँ , जेहादी मनोवृति के विषधर तैयार किये जाते हैं
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