वाह मियां .... वाह
एल आर गांधी
क्वेटा ,पकिस्तान के मियां जी ..... ४६ वर्षीय सरदार जान मोहम्मद खिलजी तीन बीवियों से ३५ बच्चे पैदा कर अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर हैं। उनका उदेश्य १०० बच्चे बनाने का है। शीघ्र ही मियां जी चौथी बीवी लाने जा रहे हैं ताकि अल्लाह के हुकम की तामील एक सच्चे मुसलमान की मानिंद पूरी हो सके !
अल्लाह का शुक्र है कि उसने अपने 'बन्दों ' को ९ माह में महज़ एक बच्चा पैदा करने की कूवत बख्शी है ! वर्ना एक 'शूकर' डेज़ी ने तो ९ माह में २७ शूकरों को जन्म दे डाला ..... देखें ! मियांजी चार बीवियों और अल्लाह के फज़ल से कब अपने १०० के अहद को पूरा कर पाते हैं। जैसे डेज़ी अपने सभी नन्हें शूकरों को दूध नहीं पिला पाती वैसे ही मियां जी भी अपनी भारी भरकम 'अल्लाह की सौगात ' के भरण पोषण में खुद को लाचार पाते हैं .... मियां जी ने पकिस्तान की इस्लामिक सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है। जो सरकार पहले ही अमेरिका के रहमो-करम पर जी रही है , वह मियां जी की क्या मदद करेगी ?
मियां जी ने २०१३ में एक प्रांतीय चुनाव भी लड़ा था ,और चुनाव चिन्ह था उनका मस्तुरात क्रीड़ा स्थल आसन ,
'डबल बैड ' महज़ ९८० वोट मिले और हार गए ..... ३५ का आंकड़ा सौ को पार करने दो ... देखें कौन माई का लाल चुनाव में उनके आगे 'टिकता ' है।
मियां जी हैं ही पाक जैसे मुफलिस और नापाक मुल्क में ... हमारे यहाँ होते ! मियां मुलायम ने कभी का मोहम्मद को 'मालामाल' कर दिया होता !
एल आर गांधी
क्वेटा ,पकिस्तान के मियां जी ..... ४६ वर्षीय सरदार जान मोहम्मद खिलजी तीन बीवियों से ३५ बच्चे पैदा कर अपने उद्देश्य की ओर अग्रसर हैं। उनका उदेश्य १०० बच्चे बनाने का है। शीघ्र ही मियां जी चौथी बीवी लाने जा रहे हैं ताकि अल्लाह के हुकम की तामील एक सच्चे मुसलमान की मानिंद पूरी हो सके !
अल्लाह का शुक्र है कि उसने अपने 'बन्दों ' को ९ माह में महज़ एक बच्चा पैदा करने की कूवत बख्शी है ! वर्ना एक 'शूकर' डेज़ी ने तो ९ माह में २७ शूकरों को जन्म दे डाला ..... देखें ! मियांजी चार बीवियों और अल्लाह के फज़ल से कब अपने १०० के अहद को पूरा कर पाते हैं। जैसे डेज़ी अपने सभी नन्हें शूकरों को दूध नहीं पिला पाती वैसे ही मियां जी भी अपनी भारी भरकम 'अल्लाह की सौगात ' के भरण पोषण में खुद को लाचार पाते हैं .... मियां जी ने पकिस्तान की इस्लामिक सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है। जो सरकार पहले ही अमेरिका के रहमो-करम पर जी रही है , वह मियां जी की क्या मदद करेगी ?
मियां जी ने २०१३ में एक प्रांतीय चुनाव भी लड़ा था ,और चुनाव चिन्ह था उनका मस्तुरात क्रीड़ा स्थल आसन ,
'डबल बैड ' महज़ ९८० वोट मिले और हार गए ..... ३५ का आंकड़ा सौ को पार करने दो ... देखें कौन माई का लाल चुनाव में उनके आगे 'टिकता ' है।
मियां जी हैं ही पाक जैसे मुफलिस और नापाक मुल्क में ... हमारे यहाँ होते ! मियां मुलायम ने कभी का मोहम्मद को 'मालामाल' कर दिया होता !