भारतीय नव वर्ष .... ईरानी नवरोज़ मुबारक
एल आर गांधी
२१ मार्च २०१५ अर्थात चैत्र शुक्ल प्रतिपदा २०७२ 'भारतीय नववर्ष ' है ....... फेसबुक -गूगल पर बहुत से भारतीय जिन्हें अपने भारतीय होने पर गर्व है और साथ ही अपनी गौरवमयी प्राचीन संस्कृति पर , नव वर्ष की मंगल कामनाएं भारतियों के साथ सांझी कीं और प्रथम नवरात्रे के मांगलिक अवसर पर माँ शैलपुत्री की पूजा की …… पर अधिकाँश भारतीय अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत बिसरा बैठे हैं ..........
तभी तो गूगल पर सबसे अधिक 'सर्च ' करने वालों के इतने महत्वपूर्ण पर्व को 'गूगल ' ने ही भुला दिया ....... गूगल ने ईरान के नव वर्ष ' नवरोज़' पर सभी को फूलों के रंगों से लबरेज़ 'नवरोज़ मुबारक ' सन्देश तो दिया ही और साथ ही इस पर्व का विस्तार से महत्त्व का भी बखान किया। इस दिन के साथ ही पर्शियन कलेंडर की शुरुआत होती है और साथ ही बसंत ऋतु के फूल लहलहाते हैं .... हिंदुस्तानी बसंत क्या जाने ! वहां तो इन दिनों वे बेचारे पसीना पोंछ रहे होते हैं …।
जो लोग अपनी विरासत गँवा बैठे … पसीना ही तो पोंछेंगे
एल आर गांधी
२१ मार्च २०१५ अर्थात चैत्र शुक्ल प्रतिपदा २०७२ 'भारतीय नववर्ष ' है ....... फेसबुक -गूगल पर बहुत से भारतीय जिन्हें अपने भारतीय होने पर गर्व है और साथ ही अपनी गौरवमयी प्राचीन संस्कृति पर , नव वर्ष की मंगल कामनाएं भारतियों के साथ सांझी कीं और प्रथम नवरात्रे के मांगलिक अवसर पर माँ शैलपुत्री की पूजा की …… पर अधिकाँश भारतीय अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत बिसरा बैठे हैं ..........
तभी तो गूगल पर सबसे अधिक 'सर्च ' करने वालों के इतने महत्वपूर्ण पर्व को 'गूगल ' ने ही भुला दिया ....... गूगल ने ईरान के नव वर्ष ' नवरोज़' पर सभी को फूलों के रंगों से लबरेज़ 'नवरोज़ मुबारक ' सन्देश तो दिया ही और साथ ही इस पर्व का विस्तार से महत्त्व का भी बखान किया। इस दिन के साथ ही पर्शियन कलेंडर की शुरुआत होती है और साथ ही बसंत ऋतु के फूल लहलहाते हैं .... हिंदुस्तानी बसंत क्या जाने ! वहां तो इन दिनों वे बेचारे पसीना पोंछ रहे होते हैं …।
जो लोग अपनी विरासत गँवा बैठे … पसीना ही तो पोंछेंगे
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