स्विस चोरों की क्वात्रोचिगिरी
एल.आर.गाँधी
क्या स्विस बैंक खातों का हश्र भी बोफोर जैसा होगा ? जिस प्रकार बोफोर काण्ड के खलनायक क्वात्रोची चाचा को बचाया और भगाया गया - आखिर में पूरी बेशर्मी से उसे ७ .३ मिलियन डालर बैंक से निकालने की भी आज़ादी दे दी गई . ठीक उसी प्रकार स्विस बैंको में देश की अकूत धन दौलत लूट कर जमा करवाने वाले प्रभाव शाली लोगों को यह कला धन इधर- उधर करने का मौका दिया जा रहा है. स्विस बैंक एसोसियेशन की माने तो पिछले तीन साल में १५ लाख डालर की कमी आयी है.
अब तो कांग्रेस की महारानी और राजकुमार भी स्विट्ज़रलैंड हो आए हैं . स्विट्ज़रलैंड से नेहरु परिवार का पुराना नाता है. नेहरूजी की धर्मपत्नी को जब राजयक्ष्मा ने आ घेरा तो नेहरूजी ने उन्हें इलाज़ के लिए स्विट्ज़रलैंड भेज दिया और वहीँ पर उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. प्रसिद्ध कानूनविद रामजेठमलानी ने आरोप लगाया है कि नेहरु परिवार का स्विस बैंकों में २ .५० बिलियन डालर जमा है.और फिर किसी पालतू 'दिग्गी' ने इस आरोप का प्रतिकार या खंडन भी तो नहीं किया.इस तथ्य की पुष्टि स्विस मैगज़ीन स्केविज़र इल्लियुस्त्रेती ने भी की थी.. मैगज़ीन ने रहस्योद्घाटन किया था कि राहुल गाँधी स्विस बैंकों से लाभार्थी हैं और उनके खाते में उनकी माँ के अधिकृत २ बिलियन डालर हैं. इन खातों के खाता नंबर एक 'घडी' में छिपे हैं. 'लगता है समय के काल चक्कर ने अपना भ्रष्ट चक्र पूरा कर लिया है. ' देश को दोनों हाथों से लूटने वाले अब लूट के धन को छुपाते फिर रहे हैं.
एक ओर चीन और रूस ने अपनी जनता से वायदा किया है कि देश के धन को हर हाल में वापिस लाया जायेगा और चीन ने तो इन लुटेरो को फंसी का कानून भी पास कर दिया .... मगर हमारे चोरों के सरदार और फिर भी ईमानदार शायद सोच रहे हैं कि देश की सी .बी.आई क्वात्रोची चाचा कि भांति इन स्विस चोरों को भी बचा लेगी. क्वात्रोची तो विदेशी था -भगा दिया ... मगर अपने ये देशी-विदेशी राज पाठ छोड़ कर कहाँ भागेंगे ...बाबा राम देव को तो सरकारी दमन चक्र में फंसा लिया. मगर सर्वोच्च न्यायलय का क्या जिसने इन शाही चोरों को सलाखों के पीछे पहुँचाने की ठान रक्खी है. और देश के गरीब और भूखे जब इन शाही चोरों को पहचान कर सजा देंगे और वोट की चोट से गुमनामी के गट्टर में फेंक देंगे तब 'सरदार और सी.बी.आई. भी कुछ नहीं कर पायेंगे
एक ओर चीन और रूस ने अपनी जनता से वायदा किया है कि देश के धन को हर हाल में वापिस लाया जायेगा और चीन ने तो इन लुटेरो को फंसी का कानून भी पास कर दिया .... मगर हमारे चोरों के सरदार और फिर भी ईमानदार शायद सोच रहे हैं कि देश की सी .बी.आई क्वात्रोची चाचा कि भांति इन स्विस चोरों को भी बचा लेगी. क्वात्रोची तो विदेशी था -भगा दिया ... मगर अपने ये देशी-विदेशी राज पाठ छोड़ कर कहाँ भागेंगे ...बाबा राम देव को तो सरकारी दमन चक्र में फंसा लिया. मगर सर्वोच्च न्यायलय का क्या जिसने इन शाही चोरों को सलाखों के पीछे पहुँचाने की ठान रक्खी है. और देश के गरीब और भूखे जब इन शाही चोरों को पहचान कर सजा देंगे और वोट की चोट से गुमनामी के गट्टर में फेंक देंगे तब 'सरदार और सी.बी.आई. भी कुछ नहीं कर पायेंगे
कुछ नहीं होगा..
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